मधेपुरा/बिहार: छात्र राजद के बीएनएमयू इकाई द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए छात्र राजद के विश्वविद्यालय कौंसिल मेंबर माधव कुमार ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 6 दिसम्बर 1956 को बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर महापरिनिर्वाण हुए। हमलोगों को उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिए।
छात्र राजद के जापानी यादव उर्फ नीतीश कुमार एवं अरुण कुमार ने कहा कि बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर ने देश मे लोकतंत्र को स्थापित करने के साथ उन्होंने देश मे सबसे महत्वपूर्ण पद लोक लेखाकार समिति के अध्यक्ष सहित उन्होंने भारत की महिलाओं और दलित-पिछड़े सहित दबे-कुचले समाज के लोग जो शोषित थे पीड़ित थे उनके लिए उन्होंने आरक्षण सहित उन्हें मुख्य धारा में लाने का भगीरथ प्रयास किया और उसका परिणाम यह् है कि हमारे देश में सत्ता में पिछड़े और दलित समाज के लोग शासक बन रहे है इसका श्रेय सिर्फ बाबा साहब को जाता है जिनके बदौलत पिछड़ा समाज मुख्य धारा से जुड़ पाया है ।
विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष राजा कुमार और मीडिया प्रभारी अभिलाष यदुवंशी ने कहा कि
डॉ.अम्बेडकर ने अपने जीवनकाल में दलितों और शोषितों के उत्थान के लिए आवाज बुलन्द की और इस वर्ग को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए विशेष वकालत की।
डॉ. अम्बेडकर को‘भारतीय संविधान का जनक’भी कहा जाता है।
वहीं वर्ष 1990 में डॉ. अम्बेडकर को मृत्योपरान्त ‘भारत रत्न’ सम्मान प्रदान किया गया था जो कि भारत का सर्वोच्च सम्मान है। हम भारतवासी जीवन भर व्यक्त्वि के धनी महापुरुष भारतरत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के आभारी और कृतघ्न रहेंगे ।
और हम सभी छात्र राजद के युवाओं को बाबा साहब के बताए रास्ते पर चलने का प्रण लें। ।
मौके पर अरुण कुमार, प्रिंस यादव, संजीत सिंह यादव, बिट्टू यादव, श्याम कुमार, अमित कुमार,राजू, राम कुमार, दिलखुश कुमार, राजा यादव, नीतीश कुमार, विवेकानंद कुमार , रॉय प्रिंस शोधार्थी मुकेश कुमार, कौशल कुमार, अमरेश कुमार ब्रज भूषण कुमार यादव, प्रमोद यादव, अमन यादव, मनीष, संजीव, आकाश, डेविड आलम आदि मौजूद रहे ।।
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