बिहार सरकार के प्रधान सचिव एवं कला संस्कृति मंत्री के ईमेल आईडी पर ईमेल कर किया मांग
कला संस्कृति मंत्री एवं युवा विभाग एवं शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ईमेल पर पत्र भेजकर नाट्य कला से स्नातकोत्तर (एमए) किए मधेपुरा के रंगकर्मी अमित आनंद, सुनीत कुमार, मोहम्मद शहंशाह एवं अमित कुमार अंशु ने मांग किया है कि बिहार के सभी उच्च विद्यालयों एवं कॉलेजों में प्रदर्शन कला के शिक्षक की बहाली है. उसी प्रकार नाटक के शिक्षकों की भी बहाली की जाए. जिससे
नाट्य कला से डिग्रीधारी छात्रों को बेरोजगारी की जिंदगी न काटनी पड़े. उन्होंने कहा है कि एक नाट्य-शिक्षक मौजूदा सभी विषयों को रंगमंचीय पद्धति के माध्यम से पढ़ाने में बेहतरीन भूमिका निभा सकता है. अर्थात एक नाट्य शिक्षक नाट्यकला-शिक्षा के साथ-साथ स्वर-प्रशिक्षण, संभाषण, इम्प्रोवाइजेशन, स्क्रिप्ट राइटिंग, शब्द-उच्चारण, शारीरिक-शिक्षा, गीत-संगीत, मेक-अप, डिजाइन वर्क, समूह-वर्क, प्रस्तुति परिकल्पना, चित्रकला, मूर्तिकला आदि
प्रदर्शन कलाओं के विशेष प्रशिक्षण के साथ-साथ अन्य विषयों को भी मनोरंजन के माध्यम से शिक्षा-व्यवस्था को सर्वोत्कृष्ट बना सकता है. ज्ञात हो कि हर वर्ष ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा एवं देश के अन्य कई विश्वविद्यालयों से
बिहार के छात्र नाट्य विधा से सैकड़ों की संख्या में डिग्री प्राप्त कर बेरोजगारी से जिंदगी में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. उन्होंने जल्द से जल्द बिहार के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में नाट्य शिक्षक की बहाली प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें