केरोना महामारी को लेकर भारत सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन में लोगों को हो रही विभिन्न समस्याओं को लेकर रालोसपा के प्रदेश महासचिव जितेंद्र साहू के नेतृत्व में एक दिवसीय सांकेतिक उपवास का आयोजन किया गया. जिसमें रालोसपा के प्रदेश महासचिव जितेंद्र साहू ने बताया कि कोरोना संकट की इस घड़ी में बिहार की गरीबो, वंचितों, शोषितों सहित आम जनता की स्थिति बहुत ही दयनीय बन गयी है और खासकर दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों की स्थिति बहुत ही संकट के दौर से गुजर रही है. रोज कमाने और खाने वाले लोगों को सरकार अभी तक कोई सुविधा नहीं पहुंचा पा रही जिसके कारण बहुत बड़ी संकट उत्पन्न होती जा रही है. सरकार सभी जरूरतमंदों को यहां तक राशन भी उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. आज रालोसपा के द्वारा सांकेतिक उपवास के माध्यम से 6 सूत्री मांगों को रखा गया. जिसमें मुख्यतः मांग है-
सभी जरूरतमंदों को फिलहाल बिना राशनकार्ड (आधार कार्ड या मतदान पहचान पत्र के आधार पर) देखे राशन उपलब्ध हो.
नावकोठी (बेगूसराय), गोह (औरंगाबाद) एवं राज्य के अन्य कई हिस्सों में लॉकडाउन के नाम पर आमजनों के खिलाफ बर्बरतापूर्ण कदम उठाने वाले पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो एवं पीड़ित परिजनों को मुआवजे के साथ तीव्रता से न्याय मिले.
राज्य के बाहर फंसे बिहारी मजदूरों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों की बिहार में वापसी के लिए आवश्यक कदम उठाएं.
असमय वर्षा, आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और लॉकडाउन के कारण फसल कटाई में देरी के चलते किसानों की हुई क्षति की पूर्ति हो.
बिहार के सभी किसानों के कृषि उत्पाद यथा धान, गेहूं, दलहन और तिलहन की सरकारी खरीद समर्थन मूल्य पर नगद खरीदने की व्यवस्था हो.
बिहार में मजदूरों-कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक पहल हो.
बिहार में आंदोलनरत शिक्षकों की समस्याओं का समाधान कर उनके बकाया वेतन का अविलंब भुगतान किया जाये.
उन्होंने आग्रह किया है कि जल्द से जल्द केंद्र व राज्य सरकार कार्यवाई कर समस्या का समाधान करें. ताकि इस संकट की इस घड़ी में विकराल स्थिति बनने से पहले निबटा जाए.
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