●सारंग तनय@मधेपुरा।
मधेपुरा: राजनीति में नैतिकता का ह्रास देश की बड़ी समस्या है। इसे दूर करने की जरूरत है। जब राजनीति नैतिकता पर आधारित होगी, तभी वह समाज एवं राष्ट्र की उन्नति में योगदान दे सकेगी। यही कारण है कि नैतिकताविहीन राजनीति को महात्मा गाँधी ने पाप कहा है। यह बात प्रति कुलपति डाॅ. फारूक अली ने कही। वे शनिवार को राजनीति विज्ञान विभाग, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। सेमिनार का मुख्य विषय वर्तमान समय में राजनीति विज्ञान की प्रासंगिकता था। इस सेमिनार का आयोजन विशेष रूप से चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने किया था।
प्रति कुलपति ने कहा कि पहले लोग सिद्धांत की राजनीति करते थे। लेकिन आज हर तरफ नफरत की राजनीति हो रही है। लेकिन हमें इससे बचना चाहिए। हम स्वस्थ प्रतियोगिता करें और राजनीतिक प्रतिद्वंदिता को व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं बनाएँ।
प्रति कुलपति ने कहा कि हमें राजनीतिज्ञों के बहकावे में नहीं आना चाहिए। हमें उनकी बातों को तर्क एवं विवेक की कसौटी पर कसना चाहिए।
प्रति कुलपति ने कहा कि हम सबों को अपने राष्ट्र के हितों का ख्याल रखना चाहिए। राष्ट्र सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं है। राष्ट्र का वास्तविक अर्थ है राष्ट्र के लोग अर्थात् देश के सभी लोगों के हित में कार्य करना ही सच्चा राष्ट्रवाद है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. के. पी. यादव ने कहा कि राजनीति विज्ञान विषय का समाज एवं राष्ट्र में काफी महत्व है। इसके अध्ययन से विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी मदद मिलती है। राजनीति विज्ञान विषय वर्तमान समय में भी प्रासंगिक है और भविष्य में भी प्रासंगिक रहेगा।
उन्होंने सभी विधार्थियों से अपील की कि वे अपने-अपने विषय का गहनतापूर्वक अध्ययन करें और साथ ही खुद को सामाजिक सरोकारों से जोड़े रखें। महाविद्यालय में लगातार शैक्षणिक गतिविधियाँ हो रही हैं, इन गतिविधियों में सभी विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए महाविद्यालय निरीक्षक (कला एवं विज्ञान) डाॅ. ललन प्रसाद अद्री ने कहा कि राजनीति का उद्देश्य व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं, बल्कि राष्ट्रसेवा होनी चाहिए। राष्ट्रहित सर्वोपरि है।
सिंडीकेट सदस्य लेफ्टिनेंट गौतम कुमार ने कहा कि युवाओं को राजनीति में सक्रिय होकर समाज एवं राष्ट्र के विकास में योगदान देना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष सह सिंडीकेट सदस्य डाॅ. जवाहर पासवान ने कहा कि राजनीति जीवन का अभिन्न अंग है। राजनीति रूप से सजग व्यक्ति ही समाज एवं राष्ट्र के विकास में योगदान दे सकता है।
उन्होंने कहा कि राजनीति विज्ञान का अध्ययन समाज को राजनीतिक रूप से सजग बनाता है और नागरिकों की राजनैतिक चेतना का विकास करता है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने कहा कि राजनीति कोई अस्पृश्य चीज नहीं है। यह हम सबों के जीवन का निर्णायक उपक्रम है। इसलिए यह जरूरी है कि अच्छे लोग राजनीति में आएँ। सिर्फ राजनीति को कोसने से काम नहीं चलने वाला है। हमें राजनीति के चेहरे को भी बदलने की जरूरत है।
उन्होंने सभी विधार्थियों से अपील की कि वे डिग्री प्राप्त करने और नौकरी हासिल करने के बाद भी महाविद्यालय से जुड़े रहें और हमारे पूर्ववर्ती छात्र संघ को मजबूत करें।
कार्यक्रम के शुरूआत में अतिथियों को अंगवस्त्रम एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रोहिणी, गणित विभाग के गुड्डु कुमार, रसायनशास्त्र विभाग के डाॅ. मिथिलेश कुमार सिंह, एसएनआरकेएस काॅलेज, सहरसा के डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह, एचएस काॅलेज, उदाकिसुनगंज के डॉ. एम. ए. रहमान, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, मनीष कुमार, डेविड यादव, अभिमन्यु कुमार, मो. इम्तियाज अली, लाडली कुमारी, पूजा कुमारी, आशीष कुमार, राकेश रंजन, नीरज कुमार, मुकेश कुमार, रवीन्द्र कुमार रमन, गौरव कुमार, संजीव कुमार, मनीष, मृगेंद्र अंशु, अजित कुमार, दीपक कुमार, सिनोद कुमार, अमिश कुमार आदि उपस्थित थे।


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