●सारंग तनय@मधेपुरा।
मधेपुरा: टीपी काॅलेज, मधेपुरा में हिंदी के प्राध्यापक स्व. डाॅ. सी.पी.सिंह के सुपुत्र बीएचयू, वाराणसी में भौतिकी के प्रोफेसर डाॅ. भारतेंदु कुमार सिंह ने सोमवार को बीएनएमयू का अनौपचारिक दौरा किया। उन्होंने यहाँ के शिक्षिकों से शोध को बढ़ावा देने के संबंध में चर्चा की।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों का मुख्य कार्य पठन-पाठन है। हमें यह हमेशा याद रखना चाहिए कि हम मास्टर ही हैं। हम विद्यार्थियों के लिए हमेशा तैयार रहें। विद्यार्थी ही विश्वविद्यालय का न्यूकलियस है। उन्हें सभी गाइडेंस दें।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति टीचिंग के लिए हुई है। हमें किसी भी परिस्थिति में टीचिंग से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। टीचिंग के अलावा रिसर्च हमारी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय के नव नियुक्त असिस्टेंट प्रोफ़ेसरों से बहुत-बहुत उम्मीदें हैं। ये लोग बिहार को रिसर्च के क्षेत्र में आगे ले जाएँगे।
उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का गर्व है कि वे मधेपुरा के हैं और वे हमेशा इस धरती की सेवा करने को तत्पर हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने टीपी कॉलेज, मधेपुरा से आईएससी(I.Sc. )की पढ़ाई की है। फिर डीएस कालेज, कटिहार से बीएससी और मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से एमएससी(M.Sc.)की डिग्री ली। तदुपरांत उन्होंने बीएचयू से पीएचडी(Ph.D) की। संप्रति बीएचयू के भौतिकी विभाग में प्राध्यापक हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक गूंजेश्वर साह, सिंडीकेट सदस्य डाॅ. रामनरेश सिंह, लेफ्टिनेंट गौतम कुमार, विभागाध्यक्ष डाॅ. अशोक कुमार, पीआरओ डाॅ. सुधांशु शेखर, डाॅ. रीता सिंह, डाॅ. डी. पी. सिंह, संतोष कुमार, अरविंद कुमार, डाॅ. बी. के. दयाल, डाॅ. संजय कुमार परमार, शोधार्थी सारंग तनय, डेविड यादव, जयशंकर कुमार, अनुपम, विवेकानंद, गौतम, बबलू, दिव्य दीप आदि उपस्थित थे।
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