●सारंग तनय, मधेपुरा। मधेपुरा:NSUI ने बीएनएमयू परिसर स्थित महात्मा गाँधी के प्रतिमा के समक्ष NSUI ज़िलाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व में दर्जनों स्टूडेंट्स ने संविधान की प्रस्तावना(उद्देशिका) को पढ़कर प्रण लिया कि देश के संविधान और राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिये आखिरी दम तक आवाज उठायेंगे ।
NSUI ज़िलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि आज पूरा देश जल रहा है, लोग अपने घरों से निकलकर सड़कों पर है लेकिन मोदी सरकार सत्ता की सनक में मस्त है ।CAA देश की एकता , भाईचारा और संविधान के मूल भावना को आहत करने वाला काला कानून है ।उन्होंने कहा कि देश की बड़ी आवादी आज भी दो वक्त की रोटी मुश्किल से जुटा पाती
है ऐसे लोग कागजात(डोकोमेंट्स) कहाँ से लाएंगे, आदिवासी, गरीब किसान, मजदूर, दलित,झुग्गी-झोपड़ी और सड़क किनारे रहने वालों का क्या होगा? क्या वो कागजात उपलब्ध करवा पाएंगे, क्या वो इस देश के नागरिक नही हैं..? बिहार समेत कई राज्य है जो बाढ़ जैसी विभीषिका को हर वर्ष झेलता है उनके घर और कई संपत्ति पानी मे बह जाते हैं फिर उनका क्या होगा ? निशांत यादव ने कहा कि आरएसएस देश के संविधान को नष्ट कर देना चाहता है ,और CAA वो कानून है जो संविधान के स्वरूप को नष्ट कर देगा । NRC और NPR के विरोध में विभिन्न दल और सामाजिक संगठन द्वारा सम्मिलित रूप से सामाजिक क्रांति संघ का निर्माण किया गया है । NSUI ज़िलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि सामाजिक क्रांति संघ देश, संविधान और आम आवाम के मौलिक अधिकारों पर खतरा और सरकार की फुट डालो और राज करो कि नीति का पर्दाफाश करने के लिये गाँव,गली-मोहल्लों में नुक्कड़ सभा और जन सम्पर्क अभियान कर लोगो को जागरूक करेगी। AISF जिलाध्यक्ष वासिमुद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि देश में आज मुख्य मुद्दा शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार है लेकिन सरकार लोगों केध्यान को भटकाकर हिन्दू-मुस्लमान कर रहा है । सरकार अपनी नाकामी छुपा रहा है । NSUI के वरीय विवि. छात्र नेता नीरज यादव ने कहा कि संविधान विरोधी कानून के विरोध में चरणबद्ध और उग्र आंदोलन किया जाएगा ,जब तक कि सरकार काला कानून को वापस नही ले । मौके पर NSUI के नीतीश यादव, सौरव यादव, रितेश, विकाश, अमित, अशोक, रौसन राज, दिलखुश, राहुल यादव, बादल, सूरज, पलट,मिस्टर समेत दर्जनों छात्र मौजूद रहे।।।
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