संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार द्वारा विवि कर्मियों को लाठी रखने व आंदोलनकारी को पीट कर भगाने और ऐसा नहीं करने पर वेतन काट लेने के निर्देश पर एआईएसएफ ने आक्रोश व्यक्त करते हुए इसे तुगलकी फरमान बताया है। वहीं जरूरत पड़ने पर सेना की मदद लेने व परिसर को फौज से भरने के फैसले को विवेकहीन कहा है। इस संबंध में एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष सह विवि प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कुलाधिपति सह राज्यपाल को त्राहिमाम संदेश लिखा है। लिखे पत्र में राठौर ने संपूर्ण घटना क्रम की जानकारी देते हुए कुलसचिव के तुगलकी फरमान को विवि इतिहास का एक काला अध्याय बताया है।
उन्होंने कहा कि यह एक शिक्षा का मंदिर है। इसका संचालन कुशल नेतृत्व क्षमता से किया जाना चाहिए न कि लाठी व बन्दूक के सहारे। राठौर ने कुलाधिपति से मांग किया कि यथाशीघ्र इस मामले में कारगर पहल करते हुए कुलसचिव को इलाज के लिए बाहर भेजा जाए, अन्यथा वे अपनी हरकतों से बाज आए। उन्होंने कहा कि विवि को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। छात्र व छात्र नेताओं ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं अगर कुलसचिव को लाठी की भाषा ही समझ आती है उन्हें लाठी के भाषा में ही जवाब दिया जाएगा। यह किसी दुर्भाग्य से कम नहीं की विगत कुछ माह से बी एन एम यू लगातार विवाद का केंद्र बना रहा है जिसके कारण विवि की छवि को धक्का लगा है।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार द्वारा विवि कर्मियों को लाठी रखने व आंदोलनकारी को पीट कर भगाने और ऐसा नहीं करने पर वेतन काट लेने के निर्देश पर एआईएसएफ ने आक्रोश व्यक्त करते हुए इसे तुगलकी फरमान बताया है। वहीं जरूरत पड़ने पर सेना की मदद लेने व परिसर को फौज से भरने के फैसले को विवेकहीन कहा है। इस संबंध में एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष सह विवि प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कुलाधिपति सह राज्यपाल को त्राहिमाम संदेश लिखा है। लिखे पत्र में राठौर ने संपूर्ण घटना क्रम की जानकारी देते हुए कुलसचिव के तुगलकी फरमान को विवि इतिहास का एक काला अध्याय बताया है।
उन्होंने कहा कि यह एक शिक्षा का मंदिर है। इसका संचालन कुशल नेतृत्व क्षमता से किया जाना चाहिए न कि लाठी व बन्दूक के सहारे। राठौर ने कुलाधिपति से मांग किया कि यथाशीघ्र इस मामले में कारगर पहल करते हुए कुलसचिव को इलाज के लिए बाहर भेजा जाए, अन्यथा वे अपनी हरकतों से बाज आए। उन्होंने कहा कि विवि को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। छात्र व छात्र नेताओं ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं अगर कुलसचिव को लाठी की भाषा ही समझ आती है उन्हें लाठी के भाषा में ही जवाब दिया जाएगा। यह किसी दुर्भाग्य से कम नहीं की विगत कुछ माह से बी एन एम यू लगातार विवाद का केंद्र बना रहा है जिसके कारण विवि की छवि को धक्का लगा है।
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