बीएनएमयू में छात्रसंघ के विरोध के बावजूद बिना विज्ञापन एवं बिना सुचना के चल रही इंटरव्यू से बहाली सम्पन्न, छात्रसंघ व छात्रसंगठनों ने कहा पैसे लेकर कर्मचारियों के बच्चे के लिए निकाली गयी थी बहाली - News Express Now :: Hindi News, Latest News in Hindi, Breaking News, | हिन्दी न्यूज़ लाइव

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

बीएनएमयू में छात्रसंघ के विरोध के बावजूद बिना विज्ञापन एवं बिना सुचना के चल रही इंटरव्यू से बहाली सम्पन्न, छात्रसंघ व छात्रसंगठनों ने कहा पैसे लेकर कर्मचारियों के बच्चे के लिए निकाली गयी थी बहाली

संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में छात्र संगठनों के भारी विरोध के बावजूद गुरुवार को संविदा पर बहाली की प्रक्रिया संपन्न कराई गई। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच माली, कूक व चालक पद के अभ्यिर्थियों का ट्रायल लिया गया। इस बीच जगह-जगह पर पुलिस फोर्स की तैनाती कर विवि परिसर को   पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। मौके पर दंडाधिकारी के साथ आधा दर्जन पुलिस पदाधिकारी की तैनाती विवि में की गई थी। मौके पर कमांडो दस्ता के अलावा भारी संख्या में पुलिस के जवान परिसर में गशत करते दिखे। वहीं दूसरी तरफ कुलसचिव के निर्देश पर कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए लोहे की पाईप का लाठी बना कर मुहैया कराया गया। कर्मियों को निर्देश दिया गया था विवि में हंगामा करने वाले को लाठी से पीट कर बाहर भगाओ। ज्ञात हो कि बुधवार को छात्र संगठनों ने गुपचुप तरीके से बहाली की प्रक्रिया का विरोध करते हुए प्रोवीसी के अलावा अन्य पदाधिकारी व कर्मियों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना को देखते हुए विवि ने सुरक्षा कड़ी करने का निर्णय लिया है।
इससे पहले छात्र संगठनों के आंदोलन की संभावना को देखते हुए विवि में दंडाधिकारी के रूप में कनीय अभियंता संजय कुमार, पुलिस पदाधिकारी मो मोइद अहमद, अरूण कुमार सिंह, सुभाष चंद्रनारायण सिंह, महेश कुमार यादव एवं कमांडो जवान अमन कुमार, विकास कुमार, नीतीश कुमार, डब्लयू, चुनमुन, गोपाल पंडित, अमरजीत, सोनू कुमार, धमेंद्र व महिला जवान निधि प्रिया के साथ दो दर्जन से अधिक फोर्स को सुबह 10 बजे से विवि में तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई।
विवि व स्थानीय प्रशासन की सख्ती का आलम यह रहा कि गुरुवार को विवि में छात्र नेताओं के साथ आम छात्रों की उपस्थिति कम रही। वहीं गिरफ्तारी की डर से कुलपति से वार्ता के लिए आने वाले छात्र प्रतिनिधियों के कदम रूक गए। इस सिलसिले में छात्र प्रतिनिधि दिन के 11 बजे कुलपति से मिलने वाले थे। लेकिन विवि में दर्जनों की संख्या में पुलिस बलों की तैनाती को देख कर वह सहम गए। उन्हें डर था बिना कसूर के विवि प्रशासन केस में नाम शामिल कर गिरफ्तार करा देगी।
विवि में आवश्यकता अनुसार कर्मियों की संविदा पर बहाली को लेकर मंगलवार से इंटरव्यू की प्रक्रिया चल रही थी। बुधवार को छात्र संगठनों को विरोध होने पर कई अभ्यर्थी इंटरव्यू से वंचित रह गए थे। हंगामा को देखते हुए अभ्यर्थी यह सोच कर लौट गए कि अब बहाली स्थगित हो जाएगी। लेकिन इस बीच गुरुवार को कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार ने चालक पद के अभ्यर्थियों से सुमो विक्टा गाड़ी चलवा कर ट्रायल लिया। वहीं माली के अभ्यर्थियों से प्रतिकुलपति एवं वित्तीय सलाहकार ने पौधे की पहचान कराई। मौके पर कूक के अभ्यर्थियों से खाना बनाने और मशाला की जानकारी मांगी गई।



संविदा पर हुई बहाली को लेकर छात्र संघ और छात्र संगठनों की हुई बैठक में सभी छात्रनेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन पैसे का खेल खेलकर बिना किसी सूचना व् अखबार में दिए बिना विज्ञापन के आधार पर ही कर्मचारियों के बाल-बच्चे की बहाली के लिए इस प्रकार गुपचुप इंटरव्यू करा कर संविदा पर बहाली की है । इससे कई दर्जन प्रतिभावान छात्र-छात्राएं जानकारी के अभाव में साक्षात्कार में शामिल नहीं हो सके । साथ ही इससे भी शर्मनाक बात है जब छात्र संघ के पदाधिकारी इस मामले की बिना विज्ञापन व सूचना के आधार पर हो रहे इंटरव्यू का विरोध करते हुए जानकारी लेना चाहा तो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा तैनात किए गए अवैध रूप से गुंडे लाठी-डंडे लेकर छात्रों पर हमला कर दिया व निर्दोष छात्रों पर अपनी नाकामी छुपाने के लिए FIR दर्ज कर छात्र संघ की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया है । जिसे सभी छात्र संगठन और छात्र संघ कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे ।विश्वविद्यालय प्रशासन के ऐसे गलत नीतियों का हमेसा विरोध करते रहेंगे ।

विवि में सिविल व विद्युत अभियंता के अलावा माली व कूक के 74, कंप्यूटर ऑपरेटर के 103 एवं चालक के 40 अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया गया है। गुरुवार को इन पदों के अभ्यर्थियों का विवि में ट्रायल कराया गया। इसके बाद विवि में जरूरत के अनुसार संविदा पर कर्मियों से काम लिया जाएगा।

प्रो डॉ फारूक अली, प्रतिकुलपति, बीएनएमयू  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Bottom Ad

Pages