संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय परिसर स्थित केंद्रीय पुस्तकालय में बुधवार को अंगीभूत व संबंधन प्राप्त महाविद्यालयों के प्राचार्यो की बैठक आहूत की गई। कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कॉलेजों में स्नातक प्रथम खंड में विषयवार नामांकन के लिए सीट निर्धारण पर गहन विचार-विमर्श किया गया। बैठक में विवि अंतर्गत सभी 14 अंगीभूत कॉलेजों के अलावा नैक से मान्यता प्राप्त मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा एवं यूवीके कॉलेज कड़ामा को ए ग्रेड में शामिल करने का निर्णय लिया गया। वहीं बैठक में ए ग्रेड कॉलेजों में प्रायोगिक विषयों के लिए 80 व अप्रायोगिक विषयों में नामांकन के लिए 112 सीट निर्धारित की गई। बैठक में मुख्य रूप से प्रतिकुलपति डाॅ फारूक अली, कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, प्रभारी कुलानुशासक डॉ अरूण कुमार यादव, सीसीडीसी डाॅ. योगेन्द्र प्रसाद यादव, विकास पदाधिकारी डाॅ अशोक कुमार सिंह, प्राचार्य डाॅ राजीव सिन्हा, डाॅ रेणु सिंह, डाॅ के पी यादव,डाॅ केएस ओझा, डॉ कपिल देव प्रसाद, डाॅ विश्वनाथ विवेका, डाॅ अशोक कुमार यादव, डाॅ माधवेन्द्र झा, लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो सत्यजीत यादव, डॉ अरूण कुमार मिश्र सहित अन्य कॉलेजों के प्राचार्य मौजूद थे।
बैठक में विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी कॉलेजों में स्नातक स्तर पर सीटों की संख्या में एकरूपता लाने पर विचार किया गया। इसके लिए कॉलेजों को तीन श्रेणी में बांटा गया।
'ए' कोटि अंगीभूत इकाई बीएसएस कॉलेज सुपौल, बीएनएमभी कॉलेज मधेपुरा, एचपीएस कॉलेज निर्मली, एचएस कॉलेज उदाकिशुनगंज, केपी कॉलेज मुरलीगंज, एलएनएमएस कॉलेज वीरपुर, एमएचएम कॉलेज सोनवर्षा, एलएलटी कॉलेज सहरसा,पीएस कॉलेज मधेपुरा, आरजेएम कॉलेज सहरसा, आरएम कॉलेज सहरसा, एसएनएसआरकेएस कॉलेज सहरसा एवं टीपी कॉलेज मधेपुरा को शामिल किया गया। इसमें लॉ कॉलेज को अलग रखा गया।
इस दौरान 'बी' कोटि में स्थाई संबद्धन प्राप्त महाविद्यालयों और 'सी' कोटि में अस्थाई संबंधन प्राप्त महाविद्यालयों को रखा गया। वहीं कोटि 'बी' के महाविद्यालयों में गैर प्रायोगिक विषयों में 96एवं प्रायोगिक विषयों में 64 सीट निर्धारित किए गए। कोटि 'सी'के महाविद्यालयों में गैर प्रायोगिक विषयों में 80 एवं प्रायोगिक विषयों में 48 सीट निर्धारित किए गए हैं। इसमें एएलवाय कॉलेज त्रिवेणीगंज, आदर्श कॉलेज घैलाढ, बीएस कॉलेज सिमराहा,डिग्री कॉलेज सुपौल, इवनिंग कॉलेज सहरसा, केबी वूमेंस कॉलेज मधेपुरा, केएनडी कॉलेज राघोपुर, एलएन कॉलेज बनगांव,एलसी कॉलेज पस्तपार, आरपीएम कॉलेज तुनियाही, आरपीएम इनविंग कॉलेज तुनियाही, एसएकेएनडी कॉलेज मधेपुरा शामिल है।
बैठक में कुलपति ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद बीएनएमयू लगातार प्रगति पथ पर अग्रसर है। विवि में दिसंबर तक सभी लंबित परीक्षाएं संपन्न कर ली जाएगी। कुलपति ने कहा कि सत्र 2018-19 से सभी महाविद्यालयों में पठन-पाठन की व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। प्रायोगिक कक्षाओं का संचालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में प्रयास जारी है। कुलपति ने बताया कि वे स्वयं सप्ताह में एक कक्षा लेंगे। साथ ही प्रति कुलपति को सप्ताह में कम-से-कम एक कक्षा लेने का निर्देश दिया। सभी पदाधिकारियों को अपने-अपने विभागों एवं महाविद्यालयों में कक्षा लेने के निर्देश दिए गए।
बैठक के पश्चात प्रदेश प्रधानाचार्य महासंघ के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार एवं महासचिव डॉ माधवेंद्र झा ने कहा कि कुलपति प्रो डॉ एके राय ने कॉलेजों में नामांकन के लिए सीट निर्धारण कर इतिहास रच िदया। उन्होंने कहा कि सीट निर्धारण से विवि की शैक्षणिक विकास को गति मिलेगी। इससे पहले वर्षो से सीट निर्धारण की प्रक्रिया विवि में लंबित थी। लेकिन सीसीडीसी डॉ योगेंद्र प्रसाद यादव के सेवा काल में कुलपति ने सभी अंगीभूत, संबद्ध व नैक मान्यता प्राप्त कॉलेजों में सीट निर्धारण का सफल प्रयास कर महामहिम कुलाधिपति के दृढनिश्चय को सरजमीं पर उतारने का काम किए है। उन्होंने कहा कि प्रोवीसी प्रो डॉ फारूक अली एवं कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार का सार्थक प्रयास भी विवि एवं महाविद्यालय के शैक्षणिक विकास को गति प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय परिसर स्थित केंद्रीय पुस्तकालय में बुधवार को अंगीभूत व संबंधन प्राप्त महाविद्यालयों के प्राचार्यो की बैठक आहूत की गई। कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कॉलेजों में स्नातक प्रथम खंड में विषयवार नामांकन के लिए सीट निर्धारण पर गहन विचार-विमर्श किया गया। बैठक में विवि अंतर्गत सभी 14 अंगीभूत कॉलेजों के अलावा नैक से मान्यता प्राप्त मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा एवं यूवीके कॉलेज कड़ामा को ए ग्रेड में शामिल करने का निर्णय लिया गया। वहीं बैठक में ए ग्रेड कॉलेजों में प्रायोगिक विषयों के लिए 80 व अप्रायोगिक विषयों में नामांकन के लिए 112 सीट निर्धारित की गई। बैठक में मुख्य रूप से प्रतिकुलपति डाॅ फारूक अली, कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, प्रभारी कुलानुशासक डॉ अरूण कुमार यादव, सीसीडीसी डाॅ. योगेन्द्र प्रसाद यादव, विकास पदाधिकारी डाॅ अशोक कुमार सिंह, प्राचार्य डाॅ राजीव सिन्हा, डाॅ रेणु सिंह, डाॅ के पी यादव,डाॅ केएस ओझा, डॉ कपिल देव प्रसाद, डाॅ विश्वनाथ विवेका, डाॅ अशोक कुमार यादव, डाॅ माधवेन्द्र झा, लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो सत्यजीत यादव, डॉ अरूण कुमार मिश्र सहित अन्य कॉलेजों के प्राचार्य मौजूद थे।
बैठक में विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी कॉलेजों में स्नातक स्तर पर सीटों की संख्या में एकरूपता लाने पर विचार किया गया। इसके लिए कॉलेजों को तीन श्रेणी में बांटा गया।
'ए' कोटि अंगीभूत इकाई बीएसएस कॉलेज सुपौल, बीएनएमभी कॉलेज मधेपुरा, एचपीएस कॉलेज निर्मली, एचएस कॉलेज उदाकिशुनगंज, केपी कॉलेज मुरलीगंज, एलएनएमएस कॉलेज वीरपुर, एमएचएम कॉलेज सोनवर्षा, एलएलटी कॉलेज सहरसा,पीएस कॉलेज मधेपुरा, आरजेएम कॉलेज सहरसा, आरएम कॉलेज सहरसा, एसएनएसआरकेएस कॉलेज सहरसा एवं टीपी कॉलेज मधेपुरा को शामिल किया गया। इसमें लॉ कॉलेज को अलग रखा गया।
इस दौरान 'बी' कोटि में स्थाई संबद्धन प्राप्त महाविद्यालयों और 'सी' कोटि में अस्थाई संबंधन प्राप्त महाविद्यालयों को रखा गया। वहीं कोटि 'बी' के महाविद्यालयों में गैर प्रायोगिक विषयों में 96एवं प्रायोगिक विषयों में 64 सीट निर्धारित किए गए। कोटि 'सी'के महाविद्यालयों में गैर प्रायोगिक विषयों में 80 एवं प्रायोगिक विषयों में 48 सीट निर्धारित किए गए हैं। इसमें एएलवाय कॉलेज त्रिवेणीगंज, आदर्श कॉलेज घैलाढ, बीएस कॉलेज सिमराहा,डिग्री कॉलेज सुपौल, इवनिंग कॉलेज सहरसा, केबी वूमेंस कॉलेज मधेपुरा, केएनडी कॉलेज राघोपुर, एलएन कॉलेज बनगांव,एलसी कॉलेज पस्तपार, आरपीएम कॉलेज तुनियाही, आरपीएम इनविंग कॉलेज तुनियाही, एसएकेएनडी कॉलेज मधेपुरा शामिल है।
बैठक में कुलपति ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद बीएनएमयू लगातार प्रगति पथ पर अग्रसर है। विवि में दिसंबर तक सभी लंबित परीक्षाएं संपन्न कर ली जाएगी। कुलपति ने कहा कि सत्र 2018-19 से सभी महाविद्यालयों में पठन-पाठन की व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। प्रायोगिक कक्षाओं का संचालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में प्रयास जारी है। कुलपति ने बताया कि वे स्वयं सप्ताह में एक कक्षा लेंगे। साथ ही प्रति कुलपति को सप्ताह में कम-से-कम एक कक्षा लेने का निर्देश दिया। सभी पदाधिकारियों को अपने-अपने विभागों एवं महाविद्यालयों में कक्षा लेने के निर्देश दिए गए।
बैठक के पश्चात प्रदेश प्रधानाचार्य महासंघ के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार एवं महासचिव डॉ माधवेंद्र झा ने कहा कि कुलपति प्रो डॉ एके राय ने कॉलेजों में नामांकन के लिए सीट निर्धारण कर इतिहास रच िदया। उन्होंने कहा कि सीट निर्धारण से विवि की शैक्षणिक विकास को गति मिलेगी। इससे पहले वर्षो से सीट निर्धारण की प्रक्रिया विवि में लंबित थी। लेकिन सीसीडीसी डॉ योगेंद्र प्रसाद यादव के सेवा काल में कुलपति ने सभी अंगीभूत, संबद्ध व नैक मान्यता प्राप्त कॉलेजों में सीट निर्धारण का सफल प्रयास कर महामहिम कुलाधिपति के दृढनिश्चय को सरजमीं पर उतारने का काम किए है। उन्होंने कहा कि प्रोवीसी प्रो डॉ फारूक अली एवं कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार का सार्थक प्रयास भी विवि एवं महाविद्यालय के शैक्षणिक विकास को गति प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा।
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