_"कारगिल विजय दिवस"_
_"(श्रद्धांजली)"_
26 जुलाई 1999 - 26 जुलाई 2018.
तू अटल रहे अडिग एवं अविचल रहे,
तेरे दिलों में भरा आत्म - विश्वास है;
रूके ना तू, झूके ना तू;
थके ना तू, पीछे हटे ना तू;
क्योंकि तू हिन्दुस्तानी व्यक्ति,
बहुत- बहुत ही खास है !
डरे ना तू,गिरे ना तू;
अपने फर्ज से पीछे मुड़े ना तू;
देश की रक्षा करने का,
पल-पल जो तुझे एहसास है;
तू कर दुष्ट पापियों का अंत क्योंकि,
अस्त्र- शस्त्र और लड़ने का,
अदम्य हौसला तेरे पास है !
कर रही प्रिया सिन्हा,
तेरे ज़ज्बों को सलाम,
देश रक्षा के लिए निडर हो,
जो तूने बिछाई अपनी लाश है;
और कारगिल के १९वीं,
विजय दिवस पर दे रही,
श्रद्धांजली एवं शुभकामनाएं,
अपने देश की धरती व आकाश है !
"प्रिया सिन्हा"
कवियत्री, साहित्यकार
पूर्णियां
_"(श्रद्धांजली)"_
26 जुलाई 1999 - 26 जुलाई 2018.
तू अटल रहे अडिग एवं अविचल रहे,
तेरे दिलों में भरा आत्म - विश्वास है;
रूके ना तू, झूके ना तू;
थके ना तू, पीछे हटे ना तू;
क्योंकि तू हिन्दुस्तानी व्यक्ति,
बहुत- बहुत ही खास है !
डरे ना तू,गिरे ना तू;
अपने फर्ज से पीछे मुड़े ना तू;
देश की रक्षा करने का,
पल-पल जो तुझे एहसास है;
तू कर दुष्ट पापियों का अंत क्योंकि,
अस्त्र- शस्त्र और लड़ने का,
अदम्य हौसला तेरे पास है !
कर रही प्रिया सिन्हा,
तेरे ज़ज्बों को सलाम,
देश रक्षा के लिए निडर हो,
जो तूने बिछाई अपनी लाश है;
और कारगिल के १९वीं,
विजय दिवस पर दे रही,
श्रद्धांजली एवं शुभकामनाएं,
अपने देश की धरती व आकाश है !
"प्रिया सिन्हा"
कवियत्री, साहित्यकार
पूर्णियां
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