संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में कार्यालय अवधि के दौरान गायब रहने वाले पदाधिकारी व कर्मियों के खिलाफ अब सीधी कार्रवाई होगी। इसके लिए विवि ने कार्यालय में कार्य करने की समय सीमा निर्धारित कर दी है। अब सुबह 10:30 बजे से शाम के 5 बजे तक पदाधिकारी व कर्मियों को कार्यालय में कार्य करना होगा। इस बीच दोपहर डेढ़ बजे से 2 बजे तक केवल 30 मिनट का समय लंच के लिए दिया गया है। इस संबंध में कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय के निर्देश पर कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार ने अधिसूचना जारी कर कहा है कि निर्धारित कार्यालय अवधि तक पदाधिकारी एवं कर्मचारी अपने-अपने कार्यालय कक्ष में रह कर अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।
इससे पहले कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार ने विवि मुख्यालय स्थित विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। कुलसचिव ने पुराने भौतिक विभाग में प्रस्तावित पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग एवं पुराने पीजी समाजिक विज्ञान विभाग में प्रस्तावित बीएड एवं एमएड विभाग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत कुलसचिव ने केंद्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. अशोक कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के क्रम में डीएसडब्ल्यू डॉ. नरेंद्र श्रीवास्तव एवं इंजीनियरिंग विभाग के साथ केंद्रीय पुस्तकालय के पदाधिकारी शामिल थे।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में कार्यालय अवधि के दौरान गायब रहने वाले पदाधिकारी व कर्मियों के खिलाफ अब सीधी कार्रवाई होगी। इसके लिए विवि ने कार्यालय में कार्य करने की समय सीमा निर्धारित कर दी है। अब सुबह 10:30 बजे से शाम के 5 बजे तक पदाधिकारी व कर्मियों को कार्यालय में कार्य करना होगा। इस बीच दोपहर डेढ़ बजे से 2 बजे तक केवल 30 मिनट का समय लंच के लिए दिया गया है। इस संबंध में कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय के निर्देश पर कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार ने अधिसूचना जारी कर कहा है कि निर्धारित कार्यालय अवधि तक पदाधिकारी एवं कर्मचारी अपने-अपने कार्यालय कक्ष में रह कर अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।
इससे पहले कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार ने विवि मुख्यालय स्थित विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। कुलसचिव ने पुराने भौतिक विभाग में प्रस्तावित पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग एवं पुराने पीजी समाजिक विज्ञान विभाग में प्रस्तावित बीएड एवं एमएड विभाग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत कुलसचिव ने केंद्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. अशोक कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के क्रम में डीएसडब्ल्यू डॉ. नरेंद्र श्रीवास्तव एवं इंजीनियरिंग विभाग के साथ केंद्रीय पुस्तकालय के पदाधिकारी शामिल थे।
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