संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय परिसर स्थित कुलपति कार्यालय में रेमेडियल कोचिंग केंद्र के सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो डॉ. अवध किशोर राय ने कहा कि यूजीसी द्वारा संचालित रेमेडियल कोचिंग केंद्र में अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़े वर्ग और महिलाओं के उत्थान के लिए सरकारी नौकरी के लिए उन्हें तैयार करता है। इससे पहले बैठक में रेमेडियल कोचिंग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। वहीं बैठक में कोचिंग केंद्र के शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियों को गतिशीलता प्रदान करने के लिए कुलपति द्वारा 3 सदस्यीय अनुश्रवण समिति का गठन किया गया।
अनुश्रवण समिति के संयोजक प्रोवीसी प्रो डॉ. फारुक अली को बनाए गए। वहीं एफए सुरेश चंद्र दास और डीआर एकेडमिक डॉ. एमआई रहमान को सदस्य मनोनीत किया गया। कोचिंग के समन्वयक डॉ. बिमल सागर को अनुश्रवण समिति की स्वीकृति के बाद ही कार्य संपादन करने का निर्देश दिया गया। बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुए डीआर एकेडमिक के बिमल कुमार ने बताया कि कुलपति हर महीने के प्रथम सप्ताह में समिति रेमेडियल कोचिंग केंद्र के शैक्षणिक कार्यकलापों का अनुश्रवण करेंगे। वहीं प्रशासनिक समीक्षा के बाद ही कर्मियों और शिक्षकों का भुगतान किया जाएगा।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय परिसर स्थित कुलपति कार्यालय में रेमेडियल कोचिंग केंद्र के सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो डॉ. अवध किशोर राय ने कहा कि यूजीसी द्वारा संचालित रेमेडियल कोचिंग केंद्र में अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़े वर्ग और महिलाओं के उत्थान के लिए सरकारी नौकरी के लिए उन्हें तैयार करता है। इससे पहले बैठक में रेमेडियल कोचिंग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। वहीं बैठक में कोचिंग केंद्र के शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियों को गतिशीलता प्रदान करने के लिए कुलपति द्वारा 3 सदस्यीय अनुश्रवण समिति का गठन किया गया।
अनुश्रवण समिति के संयोजक प्रोवीसी प्रो डॉ. फारुक अली को बनाए गए। वहीं एफए सुरेश चंद्र दास और डीआर एकेडमिक डॉ. एमआई रहमान को सदस्य मनोनीत किया गया। कोचिंग के समन्वयक डॉ. बिमल सागर को अनुश्रवण समिति की स्वीकृति के बाद ही कार्य संपादन करने का निर्देश दिया गया। बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुए डीआर एकेडमिक के बिमल कुमार ने बताया कि कुलपति हर महीने के प्रथम सप्ताह में समिति रेमेडियल कोचिंग केंद्र के शैक्षणिक कार्यकलापों का अनुश्रवण करेंगे। वहीं प्रशासनिक समीक्षा के बाद ही कर्मियों और शिक्षकों का भुगतान किया जाएगा।
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