संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में कर्मचारी संघ के स्थगित चुनाव परिणाम को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब कर्मचारी संघ के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष व मंत्री के आरोपों का खंडन करते हुए संतोष कुमार गुट ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष व मंत्री राजनीतिक साजिश के तहत आरोप लगा रहे है। जबकि महासंघ के पदाधिकारियों के साथ विवि मुख्यालय में किसी प्रकार घटना हुई ही नहीं। प्रक्षेत्रीय संघ के पदाधिकारियों का नैतिक पतन हो गया है। उन्हें नैतिकता के आधार पर सच्चाई बयान करना चाहिए ना कि झूठ का पुलिंदा तैयार कर एक-दूसरे का लड़वाने का काम। संतोष ने कहा कि महासंघ के अध्यक्ष के साथ घटना घटित होने की बात कही जा रही है। लेकिन इस मुद्दे पर अध्यक्ष का बयान नहीं आना इस बात को साबित करता है किसी प्रकार की कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हारे हुए ग्रुप के लोग अध्यक्ष एवं मंत्री से मिल कर चुनाव परिणाम को स्थगित करने का दवाब बनाया। इस दवाब में चुनाव पदाधिकारी परिणाम स्थगित कर मत-पत्र के साथ सादा मतपत्र भी साथ लेकर पटना चले गए।
संतोष गुट के समर्थन में उतरे प्रक्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ संजीव कुमार, अखिलेश कुमार, राजेश कुमार, कमल किशोर ठाकुर, बिमल किशोर बिमल, विजय कुमार साह, बिमल कुमार, शंभू यादव, हीरेंद्र मंडल उर्फ पप्पू, नमन कुमार, शशि प्राद यादव, राज कुमार, सुधीर कुमार, रामनारायण कौशिक एवं ज्ञानेवशरी यादव ने कहा कि संतोष कुमार गुट के सभी प्रत्याशी जीते हुए है। लेकिन चुनाव परिणाम घोषित नहीं कर सभी मतपत्र साथ लेकर जाना महासंघ के अनैतिक मानसिकता को दर्शाता है।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में कर्मचारी संघ के स्थगित चुनाव परिणाम को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब कर्मचारी संघ के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष व मंत्री के आरोपों का खंडन करते हुए संतोष कुमार गुट ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष व मंत्री राजनीतिक साजिश के तहत आरोप लगा रहे है। जबकि महासंघ के पदाधिकारियों के साथ विवि मुख्यालय में किसी प्रकार घटना हुई ही नहीं। प्रक्षेत्रीय संघ के पदाधिकारियों का नैतिक पतन हो गया है। उन्हें नैतिकता के आधार पर सच्चाई बयान करना चाहिए ना कि झूठ का पुलिंदा तैयार कर एक-दूसरे का लड़वाने का काम। संतोष ने कहा कि महासंघ के अध्यक्ष के साथ घटना घटित होने की बात कही जा रही है। लेकिन इस मुद्दे पर अध्यक्ष का बयान नहीं आना इस बात को साबित करता है किसी प्रकार की कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हारे हुए ग्रुप के लोग अध्यक्ष एवं मंत्री से मिल कर चुनाव परिणाम को स्थगित करने का दवाब बनाया। इस दवाब में चुनाव पदाधिकारी परिणाम स्थगित कर मत-पत्र के साथ सादा मतपत्र भी साथ लेकर पटना चले गए।
संतोष गुट के समर्थन में उतरे प्रक्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ संजीव कुमार, अखिलेश कुमार, राजेश कुमार, कमल किशोर ठाकुर, बिमल किशोर बिमल, विजय कुमार साह, बिमल कुमार, शंभू यादव, हीरेंद्र मंडल उर्फ पप्पू, नमन कुमार, शशि प्राद यादव, राज कुमार, सुधीर कुमार, रामनारायण कौशिक एवं ज्ञानेवशरी यादव ने कहा कि संतोष कुमार गुट के सभी प्रत्याशी जीते हुए है। लेकिन चुनाव परिणाम घोषित नहीं कर सभी मतपत्र साथ लेकर जाना महासंघ के अनैतिक मानसिकता को दर्शाता है।
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