बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने अपने बेटे को मंत्री बनाने की वकालत की। अपने पुत्र को मंत्री बनाये जाने के सवाल पर मांझी ने कहा कि वो पढ़ा लिखा है उसे मौका मिलना चाहिए।
पटना में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि बिहार में जो आपराधिक घटनाएं हो रही है, वो सिर्फ सरकार को बदनाम करने की साजिश है। यह ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला है। सूबे में एनडीए सरकार में जदयू, बीजेपी और एलजेपी के सदस्य शामिल हैं लेकिन रालोसपा और मांझी की पार्टी हम को अभी भी मंत्रिमंडल में जगह को इंतजार है।
जीतनराम मांझी ने बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी श्रीकृष्ण सिंह को भारत देने की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न दिया जाये। इसके लिए बिहार सरकार श्रीकृष्ण सिंह का नाम केंद्र को भेजे और इस संबंध में वो एक डेलिगेशन के साथ सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात भी करेंगे।
इस मौके पर पूर्व सीएम ने कहा कि अगले साल आठ अप्रैल को गांधी मैदान में रैली भी करेंगे। रैली को लेकर छठ के बाद सभी औपचारिकता पूरी की जाएगी।