भूपेंद्र नारायण मंडल विवि में पार्ट वन की अगले आदेश तक स्थगित परीक्षा कर दी गयी है. रविवार की शाम में विश्वविद्यालय द्वारा अपरिहार्य कारणों से परीक्षा स्थगित करने की बात कही गई। परीक्षा नियंत्रक डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि प्रभारी कुलपति प्रो. डॉ. फारुक अली के निर्देश पर परीक्षा स्थगित की गई।
हुआ भी वही एबीवीपी, छात्र राजद, एनएसयूआई, छात्र जाप के कार्यकर्ताओं ने 10 बजे सवेरे से ही आकर सैकड़ों की संख्यां में छात्र विश्वविद्यालय को बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. सोशल मीडिया पर भी परसों से ही आज को लेकर विश्वविद्यालय आने के लिए सभी छात्रों से अपील की जा रही थी. जिसका असर दिखा भी, छात्र पूरी तरह से उग्र प्रदर्शन कर रहे थे. कल ही विभिन्न छात्र संगठनों ने विश्विद्यालय बंद बुलाया था और उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी थी.
सभी डिपार्टमेंट को बंद कराकर घंटों गेट को जाम कर रखा था लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा एक भी पदाधिकारी छात्रों से बात तक करने नहीं और न ही कोई आश्वाशन देख छात्रों ने NH-107 को जाम कर दिया जिसमे सैकड़ों लोग बुरी तरह फंस गये, रोड जाम उधर बिजली बोर्ड से आगे और इधर कॉलेज तक लगी हुई है. कई बार छात्रों और आम आदमियों में झड़प भी हुई.
छात्र संगठनों का कहना था कुलपति महोदय खुद विदेश दौरे पर है, प्रतिकुलपति महोदय को विभिन्न कार्यक्रमों का उद्घाटन करने से फुर्सत ही नहीं है जो विश्वविद्यालय की ओर उनका ध्यान जायेगा. मात्र दो कॉलेज की गलतियों के कारन पुरे विश्वविद्यालय के परीक्षा को रद्द कर देना छात्रों के भविष्य के साथ शाजिस रची जा रही है.
आखिर किस वजह से जब पिछली बार परीक्षा की तिथि बढ़ी तब से इस बार फिर परीक्षा की तिथि बढ़ी इस बीच विश्वविद्यालय प्रशसन कर क्या रही थी आखिर आर.के.के. कॉलेज और आर.के. कॉलेज पर कार्यवाही करके उसका समाधान निकाला जाना चाहिए था लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कोई भी उपाय नहीं निकाली और जो सत्र दो से ढाई साल लेट है उस परीक्षा को भी वो परीक्षा से पूर्व रात्रि में आदेश निकालकर रद्द कर देना विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और तानाशाही को दर्शाता है. प्रतिकुलपति महोदय बिना बताये सोमवार को छुट्टी देकर यहाँ विश्वविद्यालय को छोड़कर भाग जाते हैं. जबकि छात्र उग्र थे और बात करना चाहते थे.
आखिर जब विश्वविद्यालय नहीं संभलता है तो इस्तीफा दे देनी चाहिए. इस अवसर पर एबीवीपी के विभाग संयोजक रंजन यादव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अभिषेक यादव, जिला संयोजक ईसा असलम, नगरमंत्री शशि यादव, विश्विद्यालय कैंपस अध्यक्ष प्रवीण कुमार, उपाध्यक्ष मनीष कुमार, नगर सहमंत्री नीतीश यादव, आमोद कुमार, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष निशांत यादव, मुकेश कुमार, छात्र राजद के विश्विद्यालय अध्यक्ष संजीव कुमार, जिला अध्यक्ष रितेश कुमार यादव, जापानी यादव, प्रदीप कुमार, मणिकांत कुमार, छात्र जाप के प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु शेखर, जिला अध्यक्ष रौशन कुमार बिट्टू, रामप्रवेश कुमार सहित सैकड़ों की संख्यां में छात्र आन्दोलन कर रहे थे.
हुआ भी वही एबीवीपी, छात्र राजद, एनएसयूआई, छात्र जाप के कार्यकर्ताओं ने 10 बजे सवेरे से ही आकर सैकड़ों की संख्यां में छात्र विश्वविद्यालय को बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. सोशल मीडिया पर भी परसों से ही आज को लेकर विश्वविद्यालय आने के लिए सभी छात्रों से अपील की जा रही थी. जिसका असर दिखा भी, छात्र पूरी तरह से उग्र प्रदर्शन कर रहे थे. कल ही विभिन्न छात्र संगठनों ने विश्विद्यालय बंद बुलाया था और उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी थी.
सभी डिपार्टमेंट को बंद कराकर घंटों गेट को जाम कर रखा था लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा एक भी पदाधिकारी छात्रों से बात तक करने नहीं और न ही कोई आश्वाशन देख छात्रों ने NH-107 को जाम कर दिया जिसमे सैकड़ों लोग बुरी तरह फंस गये, रोड जाम उधर बिजली बोर्ड से आगे और इधर कॉलेज तक लगी हुई है. कई बार छात्रों और आम आदमियों में झड़प भी हुई.
छात्र संगठनों का कहना था कुलपति महोदय खुद विदेश दौरे पर है, प्रतिकुलपति महोदय को विभिन्न कार्यक्रमों का उद्घाटन करने से फुर्सत ही नहीं है जो विश्वविद्यालय की ओर उनका ध्यान जायेगा. मात्र दो कॉलेज की गलतियों के कारन पुरे विश्वविद्यालय के परीक्षा को रद्द कर देना छात्रों के भविष्य के साथ शाजिस रची जा रही है.
आखिर किस वजह से जब पिछली बार परीक्षा की तिथि बढ़ी तब से इस बार फिर परीक्षा की तिथि बढ़ी इस बीच विश्वविद्यालय प्रशसन कर क्या रही थी आखिर आर.के.के. कॉलेज और आर.के. कॉलेज पर कार्यवाही करके उसका समाधान निकाला जाना चाहिए था लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कोई भी उपाय नहीं निकाली और जो सत्र दो से ढाई साल लेट है उस परीक्षा को भी वो परीक्षा से पूर्व रात्रि में आदेश निकालकर रद्द कर देना विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और तानाशाही को दर्शाता है. प्रतिकुलपति महोदय बिना बताये सोमवार को छुट्टी देकर यहाँ विश्वविद्यालय को छोड़कर भाग जाते हैं. जबकि छात्र उग्र थे और बात करना चाहते थे.
आखिर जब विश्वविद्यालय नहीं संभलता है तो इस्तीफा दे देनी चाहिए. इस अवसर पर एबीवीपी के विभाग संयोजक रंजन यादव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अभिषेक यादव, जिला संयोजक ईसा असलम, नगरमंत्री शशि यादव, विश्विद्यालय कैंपस अध्यक्ष प्रवीण कुमार, उपाध्यक्ष मनीष कुमार, नगर सहमंत्री नीतीश यादव, आमोद कुमार, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष निशांत यादव, मुकेश कुमार, छात्र राजद के विश्विद्यालय अध्यक्ष संजीव कुमार, जिला अध्यक्ष रितेश कुमार यादव, जापानी यादव, प्रदीप कुमार, मणिकांत कुमार, छात्र जाप के प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु शेखर, जिला अध्यक्ष रौशन कुमार बिट्टू, रामप्रवेश कुमार सहित सैकड़ों की संख्यां में छात्र आन्दोलन कर रहे थे.