संपादक : आर.के.झा-
बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय ने पूर्णिया कालेज, पूर्णिया और एम. एल. ए. कालेज, कस्बा को नैक से 'बी' ग्रेड मिलने पर बधाई दी है। कुलपति ने कहा है कि यह सम्मानजनक ग्रेड दोनों महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों की अथक मेहनत का फल है। उन्होंने बताया कि दोनों कालेजों को क्रमशः 2.44 एवं 2.03 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। यह एक सम्मानजनक प्वाइंट है। इससे बीएनएमयू की प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्वती साइंस कालेज, मधेपुरा की भी ग्रेडिन्ग की घोषणा होने वाली है। यह भी अपेक्षानुरूप सम्मानजनक रहेगा।
कुलपति ने सभी महाविद्यालयों हे अपील की है कि वे नैक मूल्यान्कन को गंभीरता से लें। जो महाविद्यालय मूल्यान्कन करा चुके हैं, वे आगे बेहतर प्रदर्शन की तैयारी करें। जिन महाविद्यालयों ने अभी तक मूल्यांकन नहीं कराया है, वे अविलंब इसकी प्रक्रिया शुरु करें। इसमें विश्वविद्यालय से हरसंभव मदद दी जाएगी।
मालूम हो कि यूजीसी ने सभी काॅलेजों को नैक से मूल्यांकन कराना अनिवार्य कर दिया है। ऐसा नहीं करने पर कोई अनुदान नहीं मिलेगा। नैक से ए++, ए+,ए,बी++,बी+,बी एवं सी ग्रेड दिया जाता है। यदि काॅलेज को कम से कम बी ग्रेड मिल जाए, तो उसे राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) से 5 करोड़ रू. मिलता है।
नैक कुल एक हजार पाइन्ट पर ग्रेड देता है। इसमें अंगिभूत काॅलेजों के लिए करिकूलम में 150, शिक्षण- अभिगम एवं मूल्यांकन में 300, शोध में 150, आधारभूत संरचना एवं शिक्षण प्रविधि में 100, स्टूडेंट स्पोर्ट्स में 100, लीडरशिप एवं मैनेजमेंट में 100 और इनोवेशन में 100 प्वाइंट निर्धारित है।
बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय ने पूर्णिया कालेज, पूर्णिया और एम. एल. ए. कालेज, कस्बा को नैक से 'बी' ग्रेड मिलने पर बधाई दी है। कुलपति ने कहा है कि यह सम्मानजनक ग्रेड दोनों महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों की अथक मेहनत का फल है। उन्होंने बताया कि दोनों कालेजों को क्रमशः 2.44 एवं 2.03 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। यह एक सम्मानजनक प्वाइंट है। इससे बीएनएमयू की प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्वती साइंस कालेज, मधेपुरा की भी ग्रेडिन्ग की घोषणा होने वाली है। यह भी अपेक्षानुरूप सम्मानजनक रहेगा।
कुलपति ने सभी महाविद्यालयों हे अपील की है कि वे नैक मूल्यान्कन को गंभीरता से लें। जो महाविद्यालय मूल्यान्कन करा चुके हैं, वे आगे बेहतर प्रदर्शन की तैयारी करें। जिन महाविद्यालयों ने अभी तक मूल्यांकन नहीं कराया है, वे अविलंब इसकी प्रक्रिया शुरु करें। इसमें विश्वविद्यालय से हरसंभव मदद दी जाएगी।
मालूम हो कि यूजीसी ने सभी काॅलेजों को नैक से मूल्यांकन कराना अनिवार्य कर दिया है। ऐसा नहीं करने पर कोई अनुदान नहीं मिलेगा। नैक से ए++, ए+,ए,बी++,बी+,बी एवं सी ग्रेड दिया जाता है। यदि काॅलेज को कम से कम बी ग्रेड मिल जाए, तो उसे राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) से 5 करोड़ रू. मिलता है।
नैक कुल एक हजार पाइन्ट पर ग्रेड देता है। इसमें अंगिभूत काॅलेजों के लिए करिकूलम में 150, शिक्षण- अभिगम एवं मूल्यांकन में 300, शोध में 150, आधारभूत संरचना एवं शिक्षण प्रविधि में 100, स्टूडेंट स्पोर्ट्स में 100, लीडरशिप एवं मैनेजमेंट में 100 और इनोवेशन में 100 प्वाइंट निर्धारित है।