संपादक : आर.के.झा-
भूपेंद्र नारायण मंडल में मंगलवार को जन अधिकार छात्र परिषद के बैनर तले सैकड़ों छात्रों ने तालाबंदी कर जम कर प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने एनएच 106 को जाम कर अवरूद्ध कर दिया. इससे पहले जाप के विवि अध्यक्ष अमन कुमार रितेश की अध्यक्षता में बीएनएमयू में तालाबंदी ओर रोड चक्का जाम कार्यक्रम शुरू किया गया.
मौके पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि बार बार बीएनएमयू में पार्ट वन की परीक्षा स्थगित करने से 90 हजार छात्रों के भविष्य साथ खिलवाड़ हो रहा है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एनएच पर पूर्ण रूपेण चक्का जाम कर दिया. वहीं तालाबंदी के उपरांत प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु शेखर ने कुलपति की अनुपस्थिति में विवि के अन्य पदाधिकारी से वार्ता कर इस लापरवाह व्यवस्था को सही करने को कहा.
इस दौरान विवि पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस बार आपलोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी तब जाकर हमलोगों ने विवि का ताला खोल जाम को समाप्त कराया.
मौके पर उपस्थित जेएसीपी मधेपुरा अध्यक्ष रौशन कुमार, बिट्टू जी, प्रदेश महासचिव मिथुन कुमार, दीपक कुमार, मीडिया प्रभारी ई मुरारी, विवि उपाध्यक्ष पिंटू, रवि जी, मुकेश जी, आलोक आनंद, अजय सिंह यादव, रामप्रवेश, सुनील, जावेद, सुनील, रंजीत, सामंत, विकास, नवीन, अवधेष, विकास, मुकेश, कार्यालय उपसचिव शैलेंद्र कुमार, सचिव देवाशीष पासवान, मिथुन डिंग, निगम, मुन्ना, अनिल, रंगोश, रविंद्र कुमार सिंह, राणा, सुनील, संजीत कुमार आर्या, इरफान, सबीर, छोटू, रौशन, आशीष एवं सभी जिलों से आये हुये सैकड़ों छात्र लंबे समय से जम विवि पदाधिकारी को हटाने की मांग कर रहे थे.
छात्र जाप ने विवि के सामने रखी मांग
आंदोलन के दौरान अपनी मांग को रखते हुए छात्र जाप के कार्यकर्ताओं ने कहा कि बार- बार स्नातक पार्ट वन की परीक्षा को अचानक स्थगित कर 90 हजार छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है, जब आरकेआई कॉलेज खुशीबाग और किसान कॉलेज को आरकेके कॉलेज को टेग करके मान्यता दी गयी तो फिर एडमिट कार्ड में किसान कॉलेज का परीक्षा केंद्र आरकेके कॉलेज पूर्णिया क्यों लिखा गया. जब आरकेआइ कॉलेज को वर्ग कक्ष नहीं और कॉलेज में समुचित व्यवस्था नहीं तो किस आधार पर बीएनमएमयू द्वारा उसे अस्थायी मान्यता दी गयी.
इस परीक्षा के स्थगित होने के कारण छात्र-छात्राओं को आर्थिक हनन का मुआवजा देना होगा, आरकेके कॉलेज पूर्णिया के प्राचार्य को अविलंब पदमुक्त किया जाय, आरकेआइ कॉलेज खुशीबाग और किसान कॉलेज अररिया की जांच छात्र संगठनों को निगरानी में कराना होगा छात्र छात्राओं को उकत् कॉलेजों के द्वारा रसीद क्यों नहीं दिया जाता है. इस पूरे परीक्षा रद्द प्रकरण की जांच एक सप्ताह के अंदर जिला प्रशासन और विवि प्रशासन के विशेष टीम गठित कर किया जाय.
भूपेंद्र नारायण मंडल में मंगलवार को जन अधिकार छात्र परिषद के बैनर तले सैकड़ों छात्रों ने तालाबंदी कर जम कर प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने एनएच 106 को जाम कर अवरूद्ध कर दिया. इससे पहले जाप के विवि अध्यक्ष अमन कुमार रितेश की अध्यक्षता में बीएनएमयू में तालाबंदी ओर रोड चक्का जाम कार्यक्रम शुरू किया गया.
मौके पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि बार बार बीएनएमयू में पार्ट वन की परीक्षा स्थगित करने से 90 हजार छात्रों के भविष्य साथ खिलवाड़ हो रहा है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एनएच पर पूर्ण रूपेण चक्का जाम कर दिया. वहीं तालाबंदी के उपरांत प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु शेखर ने कुलपति की अनुपस्थिति में विवि के अन्य पदाधिकारी से वार्ता कर इस लापरवाह व्यवस्था को सही करने को कहा.
इस दौरान विवि पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस बार आपलोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी तब जाकर हमलोगों ने विवि का ताला खोल जाम को समाप्त कराया.
छात्र जाप ने विवि के सामने रखी मांग
आंदोलन के दौरान अपनी मांग को रखते हुए छात्र जाप के कार्यकर्ताओं ने कहा कि बार- बार स्नातक पार्ट वन की परीक्षा को अचानक स्थगित कर 90 हजार छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है, जब आरकेआई कॉलेज खुशीबाग और किसान कॉलेज को आरकेके कॉलेज को टेग करके मान्यता दी गयी तो फिर एडमिट कार्ड में किसान कॉलेज का परीक्षा केंद्र आरकेके कॉलेज पूर्णिया क्यों लिखा गया. जब आरकेआइ कॉलेज को वर्ग कक्ष नहीं और कॉलेज में समुचित व्यवस्था नहीं तो किस आधार पर बीएनमएमयू द्वारा उसे अस्थायी मान्यता दी गयी.
इस परीक्षा के स्थगित होने के कारण छात्र-छात्राओं को आर्थिक हनन का मुआवजा देना होगा, आरकेके कॉलेज पूर्णिया के प्राचार्य को अविलंब पदमुक्त किया जाय, आरकेआइ कॉलेज खुशीबाग और किसान कॉलेज अररिया की जांच छात्र संगठनों को निगरानी में कराना होगा छात्र छात्राओं को उकत् कॉलेजों के द्वारा रसीद क्यों नहीं दिया जाता है. इस पूरे परीक्षा रद्द प्रकरण की जांच एक सप्ताह के अंदर जिला प्रशासन और विवि प्रशासन के विशेष टीम गठित कर किया जाय.