संपादक: आर. के . झा- पार्वती साइंस कालेज, मधेपुरा में 13-14 अक्तूबर को नैक मूल्यांकन हेतु टीम आ रही है। इसको लेकर काॅलेज में साफ-सफाई, भवन-निर्माण आदि कार्य किये गये हैं। साथ ही पेयजल, खेलकूद आदि की व्यवस्था दुरूस्त की गयी है। इसके अलावा पुस्तकालय को अद्यतन किया गया है। कुलपति प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय एवं प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. फारूक अली भी अपने स्तर से इसमें पूरा सहयोग कर रहे हैं। इस सिलसिले में कुछ दिनों पूर्व ही दोनों पदाधिकारियों ने काॅलेज आकर तैयारियों की समीक्षा की थी और आवश्यक निर्देश दिये थे। साथ ही बेहतर तैयारी के लिए विशेषज्ञों की सेवा भी ली गयी है।प्रधानाचार्य डॉ. राजीव सिन्हा ने कहा कि वे अपनी ओर से मूकम्मल तैयारी हेतु प्रतिबद्ध हैं। उन्हें विश्वविद्यालय से भी हर स्तर पर सहयोग मिल रहा है।
मालूम हो कि नैक मूल्यांकन में हजार पाइन्ट होते हैं। इसमें अंगिभूत काॅलेजों के लिए करिकूलम में 150, शिक्षण- अभिगम एवं मूल्यांकन में 300, शोध में 150, आधारभूत संरचना एवं शिक्षण प्रविधि में 100, स्टूडेंट स्पोर्ट्स में 100, लीडरशिप एवं मैनेजमेंट में 100 और इनोवेशन में 100 प्वाइंट निर्धारित है।
नैक से ए++, ए+,ए,बी++,बी+,बी एवं सी ग्रेड दिया जाता है। यदि काॅलेज को कम से कम बी ग्रेड मिल जाए, तो उसे राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) से 5 करोड़ रू. मिलता है।
मालूम हो कि नैक मूल्यांकन में हजार पाइन्ट होते हैं। इसमें अंगिभूत काॅलेजों के लिए करिकूलम में 150, शिक्षण- अभिगम एवं मूल्यांकन में 300, शोध में 150, आधारभूत संरचना एवं शिक्षण प्रविधि में 100, स्टूडेंट स्पोर्ट्स में 100, लीडरशिप एवं मैनेजमेंट में 100 और इनोवेशन में 100 प्वाइंट निर्धारित है।
नैक से ए++, ए+,ए,बी++,बी+,बी एवं सी ग्रेड दिया जाता है। यदि काॅलेज को कम से कम बी ग्रेड मिल जाए, तो उसे राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) से 5 करोड़ रू. मिलता है।