● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: दीपावली और छठ महापर्व की लंबी छुट्टी के बाद भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के पीजी विभाग, अंगीभूत व एफ़लिटेड कॉलेज 02 नवंबर से ही खुल गये हैं।
आज सुबह 11 बजे ही बीएड सेशन 2020-22 के सैकड़ों स्टूडेंट्स बीएनएमयू के मेन गेट पर जमा होकर बांस बल्ले से गेट को जाम कर दिया, और बीएनएमयू प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। सभी स्टूडेंट्स एक स्वर में बीएड सेशन 2020-22 का फाइनल रिजल्ट अविलंब जारी करो..., 1300 स्टूडेंट्स के भविष्य को बर्बाद करना बंद करो...,दोषियों पर कारवाई करो..., आदि मांग कर रहे थे।
सुबह से ही मेन गेट जाम होने के कारण दूर दराज से आये स्टूडेंट्स एवं आंदोलन कारी के बीच अंदर जाने को लेकर नौक-झोंक भी होती रही।
कई स्टूडेंट्स दीवाल फांद कर अंदर जाते दिखे।
दोपहर लगभग 2 बजे कुलसचिव डॉ एम के ठाकुर वार्ता करने आये और बीएड स्टूडेंट्स को काफी समझाने का प्रयास किये, उन्होंने कहा कि बीएड का मामला पटना हाई कोर्ट में विचाराधीन है, जल्द ही सुनवाई होने वाली है।
बीएड स्टूडेंट्स कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे, कुछ देर के बाद सभी स्टूडेंट्स मेन गेट छोड़ कर कुलपति ऑफिस के सामने चले गये, और वही बैठ गए, कुलपति का इंतजार करने लगे।
देर शाम कुलपति डॉ आर के पी रमण जब गाड़ी से अपने आवास की ओर जाने लगे तो बीएड स्टूडेंट्स से वार्ता किये और सारी बातों को गंभीरता से सुना। बीएड स्टूडेंट्स ने कुलपति से कहा कि सर, सीटेट-2022 का नोटिफिकेशन जारी हो गया है, ऑनलाइन अप्लाई 31 अक्टूबर से शुरू है, लास्ट डेट 24 नवंबर तक ही है। बीएड रिजल्ट जारी नहीं होने से हमलोगों को फॉर्म भरने में दिक्कत हो रही है।
कुलपति ने बीएड रिजल्ट मामला कोर्ट में होने की बात कही,एवं जल्द सुनवाई होने पर जजमेंट के आलोक में रिजल्ट घोषित कर दी जायेगी।
मौके पर आमोद आनंद, आकाश कुमार, सुशील कुमार, वंदना कुमारी, जितेंद्र कुमार, अभिषेक कुमार, शिवम कुमार, मनीष कुमार, अमित कुमार, राहुल कुमार, संगीता कुमारी, मौसम कुमारी, प्रिया कुमारी, निशा कुमारी, जुही यादव, प्रियंका कुमारी, निधि झा, सुमित कुमार, मणिकांत कुमार सहित दर्जनों बीएड स्टूडेंट्स मौजूद रहे।
● क्या है मामला:
बीएनएमयू में बीएड विभाग की लापरवाही का खामियाजा यहां के स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। सेशन 2020-22 में हुए एडमिशन में यूनिवर्सिटी शिक्षा शास्त्र के बीएड में एडमिशन में सीट से अधिक एडमिशन लेने पर स्टूडेंट्स की शिकायत पर पटना हाई कोर्ट ने तत्काल रिजल्ट प्रकाशन पर रोक लगा दी है। जिससे स्टूडेंट्स का गुस्सा विश्वविद्यालय के प्रति बढ़ने लगा है।
मालूम हो कि पटना हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता मो शहवाज अहमद के सीडब्ल्यूजेसी सं.- 5526/2021 केस पर संज्ञान लेते हुए बीएड के फाइनल रिजल्ट सेशन 2020-22 पर रोक लगा दिया है।
साथ ही बीएनएमयू कुलसचिव को 19 सितंबर को हुई सुनवाई में कोर्ट में हाजिर होने का फरमान सुनाया था। जारी आदेश में पटना हाई कोर्ट ने बीएनएमयू कुलसचिव को बीएड एडमिशन से जुड़े सम्पूर्ण रिकॉर्ड, स्टूडेंट्स के फोटो व हस्ताक्षर युक्त एडमिशन रजिस्टर, फीस से जुड़ी फ़ाइल,एकाऊंट का स्टेटमेन्ट आदि के साथ उपस्थित होने को कहा था।
बीएनएमयू कुलसचिव 19 सितम्बर को उपस्थित भी हुए,फिर अगली तिथि 12 अक्टूबर को दी गई, फिर उपस्थित हुए, पर सुनवाई नहीं हो सकी।
फिर अगली तिथि 2 नवंबर को दी गई, पर सुनवाई नहीं हो सकी,
अब नेक्स्ट सुनवाई 7 नवंबर को होनी है।
पटना हाई कोर्ट के रोक के आदेश से यूनिवर्सिटी में हलचल तेज हो गई है। कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है।
ज्ञात हो कि शिकायत कर्ता शहवाज अहमद ने द्वारा बीएड ऑन स्पॉट एडमिशन में लिस्ट में उनका नाम होने एवं एडमिशन की तमाम प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए फीस जमा करने के बाद उनके जगह बहुत कम अंक वाले दूसरे स्टूडेंट्स की एडमिशन की बात कह न्याय की गुहार लगाई।
इसके पहले वे बीएनएमयू के वरीय पदाधिकारियों के यहां लगातार न्याय की गुहार लगाते रहे ,लेकिन किसी ने तरजीह नहीं दी।अंत में मो. शहवाज अहमद ने पटना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
जिसको पटना हाई कोर्ट ने गंभीरता से लिया और यूनिवर्सिटी को तलब किया।
तत्काल पटना हाई कोर्ट ने तैयार रिजल्ट के प्रकाशन पर ही रोक लगा दिया है। पटना हाई कोर्ट के फैसले से सैकड़ों बीएड के स्टूडेंट्स के रिजल्ट पर फिलहाल ग्रहण लग गया है।
आखिर सवाल बनता है कि इसके पीछे जिम्मेदार कौन है?
भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के बीएड सेशन 2020-22 के फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स का रिजल्ट घोषित नहीं होने से परेशानी अब भी बनी हुई है।
माननीय पटना हाई कोर्ट ने उनलोगों के रिजल्ट घोषित करने पर रोक लगा दी है।
बीएड फाइनल ईयर के रिजल्ट पर रोक ने स्टूडेंट्स की पढ़ाई परेशानी: बीएनएमयू में बीएड के करीब 1300 स्टूडेंट्स के फाइनल ईयर के रिजल्ट प्रकाशन पर रोक लगा दी है। रोक लगने से स्टूडेंट्स की परेशानी काफी बढ़ गई है।
सीटेट-2022 का नोटिफिकेशन जारी हो गया है। बीएड स्टूडेंट्स को आवेदन करने में दिक्कत हो रही है। उन्हें इस बात का भी डर है कि अगर लास्ट डेट में ऑनलाइन अप्लाई करेंगे तो एग्जाम सेन्टर बिहार से बाहर ना दे दे,सीबीएसई बोर्ड।
मालूम हो कि सीटेट एग्जाम ऑनलाइन मोड में आयोजित होती है, और इसे कन्डक्ट सीबीएसई बोर्ड करती है। सीबीएसई बोर्ड ने अपने जारी नोटिफिकेशन में कहा है कि 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर एग्जाम सेन्टर उपलब्ध कराए जायेंगे।
पटना हाई कोर्ट के द्वारा रोक लगाने का मुख्य कारण बीएड सेशन 2020-22 के स्पॉट राउंड के नामांकन में हुई धांधली व गड़बड़ी के कारण हुई है। स्पॉट राउंड में गड़बड़ी बीएड डिपार्टमेंट बीएनएमयू कैम्पस में होने का आरोप है, वही के एक स्टूडेंट सरफराज ने पटना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और न्याय की गुहार लगाई।
19 सितंबर को एक सुनवाई हो चुकी है, अगली सुनवाई 12 अक्टूबर को होनी थी,पर नहीं हों सकी हैं।
19 सितंबर की सुनवाई में बीएनएमयू कुलसचिव कोर्ट में हाजिर हुए थे।
बीएनएमयू के बीएड फाइनल ईयर के सभी स्टूडेंट्स के रिजल्ट पर पटना हाई कोर्ट ने लगाई है रोक:
बीएनएमयू में करीब 1300 बीएड फाइनल ईयर के सभी स्टूडेंट्स के रिजल्ट प्रकाशन पर सुनवाई पूरी होने तक रोक लगा दी है।
बीएनएमयू में बीएड फाइनल ईयर सेशन 2020-22 का रिज़ल्ट बन कर तैयार है।
7 नवंबर को पटना हाई कोर्ट में होनी है सुनवाई:
बीएड सेशन 2020-22 के ही सिलसिले में 7 नवंबर को सुनवाई होनी है।
13 कॉलेज के 1300 स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में: बीएनएमयू के 13 बीएड कॉलेज के 1300 स्टूडेंट्स का रिजल्ट पटना हाई कोर्ट के रोक के बाद रुका हुआ है। बीएड सेशन 2020-22 के स्टूडेंट्स का भविष्य पटना हाई कोर्ट के 7 नवंबर के सुनवाई व फैसले पर टिका है।
पटना हाई कोर्ट क्या फैसला सुनाती है, वो तो समय ही बतायेगा।।
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