● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: विश्वविद्यालय के सभी स्नातकोत्तर(पीजी) विभागों एवं महाविद्यालयों में नियमित रूप से रूटीन के अनुसार कक्षाओं का संचालन किया जाए। यदि एक भी विद्यार्थी कक्षा में आए, तो भी कक्षाओं का संचालन किया जाए।
उक्त बातें कुलपति प्रो(डॉ.) आर.के.पी. रमण ने कही।
वे सोमवार को विश्वविद्यालय के दो कॉलेजों का औचक निरीक्षण कर रहे थे।
केपी कॉलेज, मुरलीगंज में हुआ है सुधार:
कुलपति ने दोनों कॉलेजों में व्यवस्था दुरुस्त करने के निदेश दिए। कुलपति लगभग 12 बजे के.पी. कॉलेज, मुरलीगंज पहूंचे। वहां उन्होंने कॉलेज के भवनों, कक्षाओं आदि का मुआयना किया। प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान ने कुलपति को बताया कि उन्होंने विगत तीन महिनों में कॉलेज में कई विकासात्मक कार्य किए हैं। प्रधानाचार्य कक्ष में शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था कर दी गई है और कॉलेज में अन्य व्यवस्थाएं भी सुदृढ़ की जा रही हैं। यथासंभव पठन-पाठन का कार्य भी जारी है।
कुलपति ने शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मियों की उपस्थिति पंजी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में ग्यारह शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। कुछ शिक्षकों ने आकस्मिक अवकाश हेतु आवेदन दिया था, लेकिन उनका यह अवकाश पंजी एवं उपस्थिति पंजी पर अंकित नहीं था। कार्यालय द्वारा बताया गया कि आकस्मिक अवकाश को प्रत्येक दिन अपराह्न 3:00 बजे तक दर्ज किया जाता है। लेकिन निरीक्षण में पता चला कि 7-8 अप्रैल 2022 का भी आकस्मिक अवकाश दर्ज नहीं था। कुलपति ने इस अनियमितता को दूर करने और सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों के अवकाश को सही ढंग से दर्ज करने का निर्देश दिया।
बीएनएमभी कॉलेज(कॉमर्स कॉलेज), मधेपुरा में भवनों का होगा जीर्णोद्धार:
कुलपति लगभग दो बजे बीएनएमभी कॉलेज, मधेपुरा पहूंचे। वहां प्रधानाचार्य डॉ. नवीन कुमार सिंह एवं अन्य शिक्षकों ने कुलपति को बताया कि कॉलेज के कई भवन जर्जर हैं, जिनके जीर्णोद्धार की जरूरत है। कुलपति ने कहा कि कॉलेज से भवनों के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
कुलपति ने शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मियों की उपस्थिति पंजी का भी निरीक्षण किया। कर्मचारियों की उपस्थिति संतोषजनक थी, लेकिन तीन शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। कुलपति ने प्रधानाचार्य को निर्देश दिया कि शिक्षकों एवं कर्मचारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित किया जाए और नियमित रूप से कक्षाओं का संचालन हो।
कुलपति ने दोनों मामलों सहित सभी महाविद्यालयों प्रधानाचार्य एवं स्नातकोत्तर(पीजी) विभाग के एचओडी को निर्देशित किया है कि नियमित रूप से रूटीन के अनुसार कक्षाओं का संचालन किया जाए। हम सब मिलकर कक्षा में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने का प्रयास करें।।
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