पारू थाना क्षेत्र के एक गांव में वाया नदी के पास रविवार की देर शाम गैंगरेप के बाद बच्ची व उसके भाई की हत्या से आक्रोशित लोगों ने सोमवार की दोपहर सरैया में सड़क जाम कर बवाल काटा। पोस्टमार्टम के बाद दोनों भाई-बहन का शव आते ही आक्रोश भड़क गया। शव को जैतपुर मोड़ चौक पर रख कर एनएच 102 व एसएच 86 को जाम कर दिया गया। इस दौरान चौक पर आगजनी भी हुई।
जाम के कारण दोनों मार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया। प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार करने व मृतकों के परिजन को मुआवजा दिलवाने की मांग कर रहे थे। जाम की सूचना पर दल बल के साथ पहुंचे सरैया थानाध्यक्ष मो. अलाउद्दीन व बीडीओ डॉ. भृगुनाथ सिंह ने जाम हटाने की पहल की, लेकिन लोग नहीं माने। दोपहर एक बजे से साढ़े तीन बजे तक करीब ढाई घंटे तक सड़क जाम और बवाल चलता रहा। बाद में राजद नेता शंकर प्रसाद यादव व अन्य लोगों ने पहल कर आक्रोशित लोगों को शांत कराया। उसके बाद अधिकारियों ने नामजद अभियुक्तों को अविलंब गिरफ्तार करवाने तथा वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार मुआवजा दिलवाने की बात कही। इसके बाद लोग शांत हुए। करीब तीन घंटे बाद मार्गों पर यातायात सामान्य हुआ।
थानाध्यक्ष मो. अलाउद्दीन ने कहा कि घटना को अंजाम देने वालों को हर हाल में गिरफ्तार किया जाएगा। बीडीओ डॉ. भृगुनाथ सिंह ने मुआवजा को लेकर एसडीओ पश्चिमी से मोबाइल पर बातचीत हुई है। इसकी जानकारी डीएम को भी दी गई है। वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार मुआवजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा।
जानकारी हो कि गांव की एक दस वर्षीया बच्ची के साथ गैंगरेप कर हत्या कर दी गई थी। विरोध पर उसके छोटे भाई की भी बेरहमी से पिटाई कर आंखें फोड़ मारा डाला गया था। दोनों की लाश गांव से होकर गुजरने वाली वाया नदी के पास झाड़ी में मिली थी। मामले में मृत बच्चों के पिता ने सरैया थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी। इसमें लालू छपरा के लाला ठाकुर, उसके बेटे विकास ठाकुर व सरैया थाना के पहाड़पुर निवासी फरीद साईं को नामजद किया गया था।
घटना के विरोध में प्रतिवाद मार्च, चौतरफा हो रही निंदा
बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद हुई भाई-बहन की हत्या की चारों तरफ निंदा हो रही है। एसयूसीआई ने प्रखंड अध्यक्ष योगेन्द्र राम के नेतृत्व में घटना के विरोध में प्रतिवाद मार्च निकालकर घटना की निंदा करते हुए अविलंब आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की। राजद नेता शंकर प्रसाद यादव ने पीड़ित परिवार से मिलकर अपने निजी कोष से चार हजार रुपये की सहायता राशि दी। साथ ही कहा कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद किया जाएगा। आप नेता डॉ. जमील अहमद ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मासूम बच्चों के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए।
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