जिले के युवा, तेजतर्रार एसपी हर संवेदनशील घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जहां निर्देश निर्गत कर न्याय दे रहे हैं। वहीं पुलिस पदाधिकारी को भी पीड़ित की शिकायत पर सतर्कता पूर्वक कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने की सख्त निर्देश जारी किया है।
बीते शुक्रवार 25 अक्टूबर को जिला पुलिस कार्यालय के निकट सौतेली सास के साथ पारिवारिक कलह से तंग एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। जिन्हें उलटी करते देख जिला पुलिस कार्यालय में तैनात पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था। जहां पता चला कि कुछ देर पूर्व महिला ने जानवरों को दिया जाने वाला एंटीबायोटिक दवा को खाकर जान देने का प्रयास किया था। वहीं सदर अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा दिए गए इलाज के बाद महिला की स्थिति सामान्य हो गई थी। जिसके बाद पुलिस पदाधिकारियों ने राहत की सांस ली थी।
सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि महिला द्वारा एंटीबायोटिक दवा खाए जाने के बाद उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करवाया गया था। जहां उनकी जान बचाई गई।
वही उन्होंने आगे बताया कि एसपी के निर्देश पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था। जिसमें उनके अलावे सोनवर्षा कचहरी ओपी अध्यक्ष और महिला थाना अध्यक्ष को शामिल किया गया था। जांच टीम द्वारा जांच में पता चला कि महिला को सौतेली सास से पारिवारिक कल चल रहा था। जिसमें सौतेली सास उसे घर से निकाल देने की धमकी देती थी। ऐसे में महिला की शिकायत पर सदर थाना अंतर्गत सोनवर्षा कचहरी थाना कांड संख्या - 1167/24 दर्ज कर ली गई। महिला की उचित काउंसलिंग के लिए महिला थाना अध्यक्ष , सखी और वन स्टॉप सेंटर की सहायता ली जा रही है।
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