पवित्र सावन माह को ले सिंहेश्वर स्थान में श्रावणी मेला को लेकर पुलिस अलर्ट, लेकिन सुविधाओं का है काफी आभाव - News Express Now :: Hindi News, Latest News in Hindi, Breaking News, | हिन्दी न्यूज़ लाइव

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

शनिवार, 28 जुलाई 2018

पवित्र सावन माह को ले सिंहेश्वर स्थान में श्रावणी मेला को लेकर पुलिस अलर्ट, लेकिन सुविधाओं का है काफी आभाव

संपादक- आर. कुमार

पवित्र सावन माह के दौरान सुप्रसिद्ध सिंहेश्वर स्थान में लगने वाले श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह अलर्ट है। सिंहेश्वर मंदिर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रहेगी। इसके लिए 30 पुलिस पदाधिकारियों के साथ-साथ 300 पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। इस संबंध में थानाध्यक्ष बीडी पंडित ने बताया कि सावन माह के दौरान बाजार क्षेत्र के अलावा मंदिर परिसर में हर जगह पर पुलिस की तैनाती की जाएगी। मंदिर परिसर में सुरक्षा को लेकर अब तक 30 पुलिस पदाधिकारी के अलावा 60 महिला पुलिस बल एवं पुलिस के जवान सिंहेश्वर पहुंच चुके है। इससे पहले बाजार में जाम की समस्या उत्पन्न ना हो इसके लिए प्रशासन की तरफ से सिंहेश्वर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इसमें सदर एसडीएम वृंदा लाल, सीओ केके सिंह, बीडीओ अजीत कुमार, थानाध्यक्ष बीडी पंडित सहित अन्य मौजूद थे।



सिंहेश्वर मंदिर स्थित बाबा के गर्भ गृह में चोरी की घटना को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे को ठीक कराया गया है। मौके पर कर्मी ने बताया कि सीसीटीवी का केबुल काफी दिनों से खराब था। इसके कारण सीसीटीवी कैमरा सही तरीके से काम नहीं कर रहा था। वहीं मंदिर परिसर के हाईमास्ट लाइट को भी ठीक किया जा रहा है। इधर, शुक्रवार को मंदिर के अास-पास स्थित शौचालय की साफ-सफाई कराई गई। मंदिर के समीप पुरूषों के लिए 20 एवं महिलाओं के लिए 19 शौचालय बने हुए हैं। वहीं जिला परिषद के द्वारा भी शौचालय पूर्व से निर्मित है।
 सिंहेश्वर बाजार के हाथी गेट के समीप हर रोज लगने वाले जाम को हटाने की जिम्मेवारी सीओ केके सिंह के अलावा न्यास सदस्य सरोज कुमार सिंह को सौंपी गई है। उन्हें यह देखना है कि नाग गेट पर ऑटो के अलावा किसी प्रकार की दुकान नहीं लगे। मौके पर मंदिर परिसर के दुकानदारों ने एसडीओ से परिसर खाली नहीं कराने की मांग की। दुकानदारों ने कहा हमलोगों को जबरन परिसर से बाहर भगाया जा रहा है। वहीं ठीकेदार ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 7 लाख रुपए में हमने ठेका लिया है। लेकिन नियम विरूद्ध बिना ठीकेदार की राय से मंदिर परिसर से दुकानदारों को जबरन हटवाना न्यायोचित नहीं है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Bottom Ad

Pages